आसियान (ASEAN :- Association of Southeast Asian Nations) | Class 12 Political Science Notes in Hindi (NCERT आधारित)

कक्षा 12 राजनीति विज्ञान – आसियान (ASEAN) नोट्स हिंदी में

क्या आप Class 12 Political Science ASEAN Notes in Hindi ढूँढ रहे हैं?
यहाँ आपको मिलेगा आसियान (ASEAN – Association of South East Asian Nations) से जुड़े संक्षिप्त और आसान नोट्स, महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर (Q/A) और बोर्ड परीक्षा के लिए जरूरी बिंदु।

कक्षा 12 राजनीति विज्ञान के इस टॉपिक में आप जानेंगे –

  • आसियान के सदस्य देश, झंडा

  • इसके उद्देश्य और महत्व 

  • भारत और आसियान के संबंध

  • बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न

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आसियान (ASEAN :- Association of Southeast Asian Nations)Class 12 Political Science ASEAN Notes in Hindi
आसियान 

आसियान का संपूर्ण नाम : दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन
(ASEAN :- Association of Southeast Asian Nations) 
यह एशिया महाद्वीप के दक्षिण-पूर्व केराष्ट्रों का एक मजबूत एवं दमदार संगठन है। इस क्षेत्र के पांच देश इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर एवं थाईलैंड ने इसकी स्थापना 8 अगस्त सन 1967 में मिलकर की इसके लिए इन पांच देशों ने बैंकॉक घोषणा पत्र पर 1967 में हस्ताक्षर किए। 
सविचालय : जकार्ता के इंडोनेशिया में। 
महासचिव : डॉ. काओ किम हॉर्न (2023 से)। 
वर्तमान सदस्य : वर्तमान समय में इसमें 10 देश शामिल हैं। जो निम्न प्रकार हैं : म्यांमार, थाईलैंड, कंबोडिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया, वियतनाम, लाओस, फिलीपींस, ब्रून्सी बेरूस्लम।
भारत 24 अगस्त सन 1966 को आसियान का पूर्ण संवाद सहयोगी बाना।  यह एक दक्षिण एशियाई देशों का समूह है जो आपसी आर्थिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण संगठन हैं। आसियान का 36वां सम्मेलन जून में 'वीडियो कांफ्रेंस' के जरिए किया गया। 


झंडा :
इसके झंडे में धान की10 बालियां हैं जो देशों के बीच मित्रता एवं एकता का प्रतीक है। आसियान की मौजूदा आर्थिक शक्ति खासतौर से भारत और चीन जैसे तेजी से विकसित होने वाले एशियाई देशों के साथ व्यापार एवं निवेश के मामले में उसकी प्रासांगिगता ने इसे और भी आकर्षक बना दिया है। आसियान की असली ताकत अपने सदस्य व सहभागी देशों तथा बाकि गैर-क्षेत्रीय संगठनों के बीच निरंतर संवाद एवं परामर्श करने की नीति में है। यह एशिया का एकमात्र ऐसा क्षेत्रीय संगठन है जो एशियाई देशों और विश्व शक्तियों को राजनीतिक और सुरक्षा मामलों पर चर्चा के लिए राजनीतिक मंच उपलब्ध कराता है। भारत ने दो आसियान सदस्यों सिंगापुर और थाईलैंड के साथ मुक्त व्यापार का समझौता किया है।


आसियान के उद्देश्य और महत्व 

मुख्य उद्देश्य:
(i) सदस्य देशों के बीच शांति और स्थिरता बनाए रखना।
(ii) आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देना।
(iii) आपसी सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग को मजबूत करना।
(iv) दक्षिण-पूर्व एशिया को बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त रखना।
(v) व्यापार और निवेश को प्रोत्साहित करना।
महत्व:
(i) आसियान आज दुनिया के सबसे सफल क्षेत्रीय संगठनों में गिना जाता है।
(ii) इसने दक्षिण-पूर्व एशिया में शांति और विकास की नई संभावनाएँ पैदा की हैं।
(iii) वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था में आसियान एक महत्वपूर्ण शक्ति बन चुका है।


आसियान समुदाय के तीन मुख्य स्तंभ एवं उनके कार्य :

आसियान समुदाय के तीन मुख्य स्तंभ एवं उनके कार्य निम्नलिखित प्रकार से हैं :-
1. आसियान आर्थिक समुदाय -
उद्देश्य:
(i) आर्थिक विकास को समान रूप से बढ़ावा देना एवं जीवन स्तर में सुधार लाना।
(ii) क्षेत्र को एकल बाजार और उत्पादन क्षेत्र में बदलना।
(iii) व्यापार एवं निवेश में उत्पन्न बाधाओं को हल करना 
(iv) पूंजी  व श्रम स्वतंत्र आवाजाही को प्रोत्साहन देना।
 2. आसियान राजनीतिक-सुरक्षा समुदाय - 
उद्देश्य:
(i) क्षेत्र में शांति , सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखना।
(ii) संघर्षों को बिना हिंसा के शांतिपूर्वक हल करना।
(iii) आतंकवाद एवं तस्करी जैसी गतिविधियों को रोकना तथा उनसे निपटना 
(iv) सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास और राजनीतिक सुरक्षा व सहयोग को बढ़ावा देना।
3. आसियान सामाजिक-सांस्कृतिक समुदाय -
उद्देश्य:
(i) क्षेत्रीय एकता को मजबूत करना।
(ii) महिलाओं और कमजोर वर्गों के उत्थान हेतु सहयोग को बढ़ावा देना।
(iii) गरीबी उन्मूलन, मानव संसाधन के विकास और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देना।
(iv) प्राकृतिक आपदाओं, पर्यावरणीय समस्याओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य संकटों एवं कोरोना जैसी महामारी से मिलकर निपटना।

भारत और आसियान के संबंध (India–ASEAN Relations)

(i) भारत और आसियान (ASEAN – Association of South East Asian Nations) के संबंध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से बहुत गहरे हैं।
(ii) भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के बीच हजारों सालों से सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं।
(iii) इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए भारत ने 1992 में आसियान के साथ औपचारिक संबंध (Dialogue Partner) स्थापित किए।

भारत-आसियान संबंधों के प्रमुख आयाम:
(1) आर्थिक संबंध
(i) भारत और आसियान के बीच व्यापार बहुत तेजी से बढ़ा है।
(ii) भारत ने आसियान के साथ Free Trade Agreement (FTA) पर हस्ताक्षर किया है।
(iii) आज भारत और आसियान का द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब अमेरिकी डॉलर से भी अधिक है।
(2) सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग
(i) भारत और आसियान दोनों आतंकवाद और समुद्री डकैती जैसी चुनौतियों से निपटने में सहयोग करते हैं।
(ii) सागर सुरक्षा (Maritime Security) में भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
(3) सांस्कृतिक और शैक्षिक संबंध
(i) भारत और आसियान देशों के बीच बौद्ध धर्म, कला और संस्कृति के ऐतिहासिक संबंध रहे हैं।
(ii) शिक्षा और तकनीकी आदान-प्रदान को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
(4) भारत की “Act East Policy” और आसियान
(i) भारत की Act East Policy का केंद्र बिंदु आसियान है।
(ii) इस नीति का उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के साथ व्यापार, निवेश, शिक्षा, संस्कृति और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है।




आसियान विजन -2020′ की मुख्य बातें

कोरोना महामारी के चलते आसियान का 2020 का सम्मेलन जून 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुआ। इसके तहत मुख्य बातें निम्न प्रकार से हैं :- 
1. आसियान विजन 2020 में अंतराष्ट्रीय समुदाय में आसियान की एक बर्हिमुखी भूमिका को प्रमुखता दी गयी हैं। 
2. हनोई कार्य योजना के तहत क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण , व्यापारिक , उदारीकरण , वित्तीयसहयोग की वृद्धि के लिए उपाय निर्धारित किये गए हैं ।
3. आसियान विजन 2020 के तहत एक आसियान सुरक्षा समुदाय आर्थिक समुदाय तथा आसियान  सामाजिक व सांस्कृतिक समुदाय बनाने की संकल्पना की गयी हैं। 



❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) – आसियान (ASEAN)

Q1. आसियान (ASEAN) क्या है और इसकी स्थापना कब हुई थी?
Ans : आसियान (ASEAN – Association of South East Asian Nations) दक्षिण-पूर्व एशिया के 10 देशों का एक संगठन है। इसकी स्थापना 8 अगस्त 1967 को बैंकॉक (थाईलैंड) में की गई थी।

Q2. आसियान के कितने सदस्य देश हैं और उनके नाम क्या हैं?
Ans : वर्तमान में आसियान के 10 सदस्य देश हैं – इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमार और कंबोडिया।

Q3. आसियान के मुख्य उद्देश्य क्या हैं?
Ans : आसियान का मुख्य उद्देश्य है –

  • दक्षिण-पूर्व एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखना।

  • सदस्य देशों के बीच आर्थिक विकास और व्यापार को बढ़ावा देना।

  • सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग को मजबूत करना।

  • क्षेत्र को बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त रखना।

Q4. आसियान का महत्व क्या है?
Ans : आसियान आज दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रीय संगठनों में से एक है। यह संगठन आर्थिक विकास, राजनीतिक स्थिरता और क्षेत्रीय सहयोग का केंद्र है।

Q5. भारत और आसियान के बीच क्या संबंध हैं?
Ans : भारत और आसियान के बीच संबंध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से गहरे हैं।

  • 1992 में भारत ने आसियान के साथ Dialogue Partner के रूप में जुड़ाव किया।

  • भारत और आसियान के बीच व्यापार, निवेश, संस्कृति, शिक्षा और सुरक्षा सहयोग है।

  • आज भारत की Act East Policy का केंद्र आसियान है।

Q6. भारत-आसियान संबंध बोर्ड परीक्षा की दृष्टि से क्यों महत्वपूर्ण हैं?
Ans : बोर्ड परीक्षा में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं जैसे – भारत-आसियान संबंध, आसियान के उद्देश्य, सदस्य देश और महत्व।
इसलिए यह टॉपिक CBSE Class 12 Political Science Exam 2025 के लिए बेहद जरूरी है।

Q7. आसियान के बारे में बोर्ड परीक्षा में सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले प्रश्न कौन से हैं?
Ans : 

आसियान की स्थापना कब और क्यों हुई?

  • आसियान के सदस्य देशों के नाम लिखिए।

  • आसियान के उद्देश्य और महत्व बताइए।

  • भारत-आसियान संबंधों का वर्णन कीजिए।




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